Maharana Pratap Jayanti-Festivals of India-Chetak ki Virta Poem in Hindi-Greeting-Image
Maharana Pratap Jayanti Chetak ki Virta in Hindi रणबीच चौकड़ी भर-भर करचेतक बन गया निराला थाराणाप्रताप के घोड़े सेपड़ गया हवा का पाला था जो तनिक हवा से बाग हिलीलेकर सवार उड जाता थाराणा की पुतली फिरी नहींतब तक चेतक मुड जाता था गिरता न कभी चेतक तन परराणाप्रताप का कोड़ा थावह दौड़ रहा अरिमस्तक … Read more